विन्ध्यन कगारी प्रदेश

विंध्यन कगारी प्रदेश (सामान्य ज्ञान)

विन्ध्यन कगारी प्रदेश

• मध्य प्रदेश के मध्य उत्तर में 23°10′ से 25°12′ उत्तरी अक्षांश  तथा 78°4′ से 82°48′ पूर्वी देशांतर तक यह पठार फैला हुआ है। इसकी ऊंचाई 300-600 मी. है।

• क्षेत्रफल 31954.8 वर्ग कि.मी. (मध्य प्रदेश का 10.37%)।

इतिहास


• प्रारंभिक ज्ञात वंश हैहय वंश है, जिसने कालिंजर (249 ई.) को राजधानी बनाया। तत्पश्चात् गुप्त वंशियों का शासन रहा।
• हैहय वंशियों को यशोवर्मन चन्देल (खजुराहो) ने हराया था (925-955 ई.) किन्तु 12वीं शताब्दी तक हैहय बने रहे।
• 14वीं शताब्दी में कालिंजर को बुन्देलों ने जीता व छत्रसाल बुन्देला पन्ना रियासत के प्रतापी राजा रहे।
• 1948 ई. में विन्ध्य प्रदेश अस्तित्व में आया, जिसे 1956 में मध्य प्रदेश में मिलाया गया।
• जिले-रीवा, सतना, पन्ना, दमोह व सागर की रहली तथा बण्डा तहसीलें।
• नदियां-केन, सोनार, टोंस, बीहड़, ब्योरमा, सतना आदि।
• तापमान-42° से. (अधिकतम) 8° से. (न्यूनतम)
• मिट्टी-लाल, लाल-काली, मिश्रित लाल-पीली।
• उद्योग-सीमेन्ट-सतना, लाख-रीवा
• खनिज-सतना चूना उत्खनन व बॉक्साइट|

  • कोरंडम -रीवा
  • जिप्सम -रीवा
  • हीरा -पन्ना जिले की मझगवां व रमखेड़िया खदानों में |
  • पर्यटन -चचाई, बहुटी व केवटी प्रपात, भरहुत स्तूप (सतना ) अशोक मौर्यकालीन है तथा चित्रकूट व मैहर पवित्र नगर है (टोंस नदी पर बिहार प्रपात है )|

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