इस लेख मे भारत के सर्वोच्च न्यायालय को संक्षिप्त में विश्लेषित किया गया है।
भारत का सर्वोच्च न्यायालय
यह देश का शीर्ष न्यायालय है। इसका मुखिया प्रधान न्यायाधीश होता है। राज्यों के बीच के विवाद, मौलिक अधिकार, मानव अधिकारों से संबंधित याचिकाओं को यह देखता है। भारत के उच्चतम न्यायालय की स्थापना 28 जनवरी 1950 को हुई थी।
यह अभी तक 24000 से अधिक निर्णय दे चुका है। उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का कार्यकाल 65 वर्ष तक होता है। उच्चतम न्यायालय में 30 न्यायाधीश और 1 मुख्य न्यायाधीश होता है। देश की विभिन्न सरकारों के बीच विवादों का निपटारा भी सुप्रीम कोर्ट में किया जाता है। उच्चतम न्यायालय मुख्यताः देश के नागरिकों के मौलिक अधिकारों के लिए काम करता है। यह दूसरे उच्च न्यायालयों और जिला न्यायालयों के कार्य में भी हस्तक्षेप कर सकता है।