इस लेख मे मध्यकालीन कवि “भूषण” जी के जीवन को संक्षिप्त में विश्लेषित किया गया है।
मध्यकालीन कवि ‘भूषण’
मध्यकालीन साहित्यकार ‘भूषण’ का जन्म 1613 ई. में हुआ था। रीतिकालीन कवियों में वीर रस को कविता का अनुसरण करने वालों में भूषण का नाम अग्रणी है। भूषण छत्रपति शिवाजी तथा छत्रसाल के दरबार में रहे थे तथा उनकी वीरता का बड़े हो अलंकारिक वर्णन उन्होंने किया था। शिवराज भूषण, शिवा बामनी तथा छत्रसाल दशक इनकी प्रसिद्ध कृतिया है। भूषण की समस्त रचनाएं मुक्तक शैली में लिखी गई हैं। इनकी साहित्यिक भाषा ब्रिज है किन्तु अरबी व फारसी शब्दों का प्रयोग बहुतायत में मिलता है। बुदेलखण्डी, बैसवाड़ी व अतर्वेदी के शब्द भी इनकी भाषा में पाए जाते हैं। इनकी अधिकांस कविताएं ओज गुण में लिखी गई हैं। 1715 ई. में भूषण का निधन हो गया।